बेवक्त बेमौसम बरसात बनके रहता है
वो मेरी आँखों में ख़्वाब बनके रहता है
सवालों में उलझी हुई है जिंदगी, वो
जिंदगी से मिला जवाब बनके रहता है
नशा, नशा नहीं तो और क्या होगा
वो जो प्यालों में शराब बनके रहता है
हसीं चेहरा खुश भी हो क्या ज़रुरी है
चेहरा जो चेहरे पर नकाब बनके रहता है
अपना लाज़मी होना, लाज़मी नहीं समझता
जो दिल में हसरत बेहिसाब बनके रहता है
बेवक्त बेमौसम बरसात बनके रहता है...
वो मेरी आँखों में ख़्वाब बनके रहता है
सवालों में उलझी हुई है जिंदगी, वो
जिंदगी से मिला जवाब बनके रहता है
नशा, नशा नहीं तो और क्या होगा
वो जो प्यालों में शराब बनके रहता है
हसीं चेहरा खुश भी हो क्या ज़रुरी है
चेहरा जो चेहरे पर नकाब बनके रहता है
अपना लाज़मी होना, लाज़मी नहीं समझता
जो दिल में हसरत बेहिसाब बनके रहता है
बेवक्त बेमौसम बरसात बनके रहता है...
11 comments
Ek no Bhai
ReplyDeleteNice going bro
ReplyDeleteThanks for reading :)
DeleteVery nice and meaningful.
ReplyDeletemeans a lot :) stay tuned and keep reading.
DeleteShaandar!
ReplyDeleteDhanyavaad.
DeleteToo good ����
ReplyDeleteThanks. Stay tuned :)
Delete👏
ReplyDelete😇😇
Delete